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Channel: Movie Reviews in Hindi: फिल्म समीक्षा, हिंदी मूवी रिव्यू, बॉलीवुड, हॉलीवुड, रीजनल सिनेमा की रिव्यु - नवभारत टाइम्स
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दुर्गामती

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पल्लबी डे पुरकायस्थ
पिछले दिनों भूमि पेडनेकर की मुख्य भूमिका वाली फिल्म 'दुर्गामती' का ट्रेलर रिलीज हुआ था। ट्रेलर देखकर पता चल जाता है कि यह फिल्म आत्मा और भूत-प्रेत वाले टॉपिक पर ही बनी है। फिल्म में एक पुरानी रानी की आत्मा भूमि के अंदर आ जाती है और वो अपने किसी खास मकसद के लिए वापस आई है। अक्षय कुमार की पिछली फिल्म 'लक्ष्मी' भी इसी टॉपिक पर बनी थी जिसे लोगों ने कुछ खास पसंद नहीं किया। दिलचस्प बात यह है कि 'दुर्गामती' को भी अक्षय कुमार की कंपनी ने को-प्रड्यूस किया है।

कहानी: एक ईमानदार आईएएस अधिकारी चंचल चौहान (भूमि पेडनेकर) है। चंचल की शादी सोशल ऐक्टिवस्ट शक्ति सिंह (करण कपाड़िया) से होने वाली होती है। मगर कुछ दिन पहले ही चंचल अपने मंगेतर शक्ति का मर्डर कर देती है। इस बीच जल संसाधन मंत्री ईश्वर प्रसाद (अरशद वारसी) सीबीआई के रेडार पर है। एजेंसी कई पुरानी और कीमती मूर्तियों के रहस्यमय तरीक से गायब होने की जांच कर रही है। चंचल से एक खाली किले में इस केस के बारे में पूछताछ की जाती है जहां उसके भीतर एक रानी की आत्मा दाखिल हो जाती है। रानी दुर्गामती की आत्मा क्यों आई है यह आपको फिल्म देखकर पता चलेगा।


रिव्यू: यह फिल्म तेलुगू और तमिल भाषा में बनी फिल्म 'भागमती' का हिंदी रीमेक है। साउथ की फिल्में बहुत लाउड होती हैं। अक्षय कुमार की 'लक्ष्मी' देखकर पता चल जाता है। अगर आप साउथ की फिल्में पसंद नहीं करते हैं तो इस फिल्म को न ही देखें तो बेहतर है। भूमि पेडनेकर बेहद अच्छी और टैलेंटेड ऐक्टर हैं और यह बात साबित भी कर चुकी हैं लेकिन इस फिल्म में वह जरूरत से ज्यादा लाउड हैं जो आपको अजीब ही लगेगा। फिल्म के 30 मिनट केवल भूतिया महल को दिखाने में लगा दिए हैं जो अजीब ही लगता है। हर किरदार की कहानी आप जानना चाहते हैं लेकिन उन्हें ठीक से स्थापित नहीं किया जाता है। फिर फिल्म में राजनीतिक साजिश और विमन इंपॉर्मेंट का घालमेल किया जाता है। अगर आप सोचते हैं कि यह एक हॉरर फिल्म है तो यह आपको बिल्कुल नहीं डराएगी। फिल्म के डायलॉग्स भी एकदम बोझिल करने वाले हैं। माही गिल और जिशू सेनगुप्ता के किरदारों का ठीक से इस्तेमाल ही नहीं किया गया है। अरशद वारसी इस फिल्म के जरिए अपनी इमेज चेंज करना चाहते हैं लेकिन फिर भी फिल्म उनको उतना स्कोप नहीं दे सकी है।

क्यों देखें: वीकेंड पर खाली हों तो देख सकते हैं। न भी देखें तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

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